Essay on Durga Puja in Hindi – दुर्गा पूजा का महत्त्व

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Essay on Durga Puja in Hindi दुर्गा पूजा हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. हिन्दू धर्म में दुर्गा पूजा को पूरे प्रेम और विश्वाश के साथ मनाया जाता है. दुर्गा पूजा हिन्दू हर साल पतझड़ के मौसम में मनाया जाता है. दुर्गा पूजा के इस पर्व पर पूरे नौ दिनों तक माँ दुर्गा की पूजा की जाती है. नौ दिन के बाद माँ दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. विसर्जन के लिए गंगा में या फिर किसी साफ नदी के जल में विसर्जन किया जाता है. Essay on Durga Puja in Hindi के बारे में अच्छे से जानते हैं.

Essay on Durga Puja in Hindi – दुर्गा पूजा पर निबंध

दुर्गा पूजा के इस पर्व में कुछ लोग पूरे नौ दिनों तक भूके रहकर उपवास रखते हैं तो कुछ लोग पहले दिन और नौवे दिन का उपवास रखते हैं. हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा पर हिन्दू लोगो का अटूट विश्वाश रखते है उनका कहना है नौ दिन तक उपवास रखने से माँ का आशीर्वाद मिलता है. माँ खुश होती हैं और अपना आशीर्वाद सभी पर बनाए रखती हैं.

दुर्गा पूजा का महत्व

दुर्गा पूजा का यह त्यौहार नौ दिन तक चलता है. इन दिनों हिन्दू लोग पूरे विश्वाश के साथ इस त्यौहार को मनाते हैं. कुछ लोग इस त्यौहार को आठ दिन तो कुछ लोग पूरे नौ दिन तक मनाते हैं. इस त्यौहार में लोग नोऊ दिन तक उपवास रखते हैं. लेकिन कुछ लोग पहले दिन और नौवे दिन का ही उपवास रखते हैं. दावत का आयोजन करते हैं. दुर्गा माँ की पूजा के लिए घरों को सजाया जाता है. दुर्गा माँ के मंदिर को भी अच्छे से सजातें हैं. नौ दिन पूरे होने के वाद माँ की मूर्ति को गंगा में या किसी भी साफ नदी में विसर्जन किया जाता है. माँ दुर्गा कैसे उत्पन्न हुई 

मूर्ति विसर्जन

देवी दुर्गा की मूर्ति को सजाकर प्रसाद, जल, कुमकुम, नारियल, सिंदूर आदि को सभी अपनी क्षमता के अनुसार अर्पित करके पूजा करते हैं. माँ दुर्गा के इन दिनों को भक्त बड़े प्यार और खुशी से मनाते हैं. पूजा के बाद लोग पवित्र जल में देवी की मूर्ति के विसर्जन के समारोह का आयोजन करते हैं। विसर्जन के बाद भक्त अपने घरों को उदास चहरों के साथ लौटते हैं और माता से फिर से अगले साल बहुत से आशीर्वादों के साथ आने की प्रार्थना करते हैं.

Essay on Durga Puja in Hindi

Essay on Durga Puja in Hindi – दुर्गा पूजा 

1. दुर्गा पूजा का यह त्यौहार बुराई को मिटाने के लिए मनाया जाता है. इस दिन माँ दुर्गा ने राक्षस महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। महिषासुर के पापो का अंत करने के लिए माँ दुर्गा को ब्रह्मा, भगवान विष्णु और शिव के द्वारा बुलाया गया था. माँ दुर्गा और महिषासुर के बीच यह युद्ध चलता रहा. दसवें दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर को मार गिराया. इसी दिन को दशहरा कहा जाता है. इस दिन भक्त पूरे ख़ुशी और प्रेम के साथ एकजुट होकर त्यौहार को बड़ी धूम धाम से मनाते हैं.

2. दुर्गा पूजा अश्विन माह में चांदनी रात में छः से नौ दिन तक की जाती है. दसवें दिन को सभी भक्त विजयदशमी के रूप में मनाते हैं. बंगाम में यह त्यौहार बड़े विश्वाश और प्रेम के साथ मनाया जाता है बंगाल में देवी माँ दुर्गा को दुर्गोत्सनी कहा जाता है.

3. भारत में यह- बिहार, झारखंड, उड़ीसा,मणिपुर,असम जैसे स्थानों पर बहुत बिस्तार से मनाया जाता है. यहाँ लोग एक बड़े मेले का आयोजन करते हैं. लोगों में इस त्यौहार की बड़ी मान्यता है. इस त्यौहार पर भारत में तीन से चार दिन का अवकाश भी रहता है.

4. कहा जाता है रामायण के अनुसार, भगवान् राम ने रावण का वध करने के लिए माँ दुर्गा से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए माँ चंडी की पूजा की थी. राम ने माँ दुर्गा को प्रसन्न किया था. दुर्गा पूजा के दसवें दिन भगवान् राम ने रावण को मारा था. तभी से दुर्गा पूजा के दसवें दिन को विजयदशमी के रूप में मनाते हैं. यही है बुराई पर अच्छी की जीत. माँ दुर्गा सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें. इस साल दुर्गा पूजा के पावन पर्व की आप सब को ढेर सारी सुभकामनाएँ.

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